Holi 2020 रंगों के त्योहार से एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है. आइए जानते हैं होलिका दहन करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. इस साल पूरे देश में होली का उत्सव 21 मार्च को मनाया जाएगा. रंगों के इस त्योहार से एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है. माना जाता है कि अगर आप दरिद्रता से मुक्ति पाना चाहते हैं, तो इस दिन शरीर पर उबटन लगाकर उसके अंश को होलिका में डालें. ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि आने के साथ गरीबी भी दूर होती है. लेकिन होलिका दहन करते समय कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी होती हैं.
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Holi 2020 होलिका दहन में इन बातों का ध्यान रखें-
- सही मुहूर्त पर होलिका दहन करें.
- होलि दहन पूर्णिमा के अंतिम भाग में यानी भद्रा रहित काल में होगा.
- होलिका का मुहूर्त- मार्च रात 9:05 से 11:31 के बीच होगा, क्योंकि यह समय भद्रा रहित होगा. इसलिए शाम को होलिका दहन का समय रखा गया है.
- दहन स्थान पर पहले गंगाजल से शुद्ध करें.
- होलिका डंडा बीच में रखें. चारों तरफ सूखे उपले, सूखी लकड़ी, सूखी घास रखें. तब अग्नि जलाएं और होलिका दहन करें.
धन-दौलत और बच्चों को नजर दोष और बुरी आदतों से बचाने के उपाय-
- होलिका दहन में नारियल गोला, सुपारी और सिक्के डालें.
- नारियल बच्चों की बुद्धि को अच्छी करेगा और दिमाग तेज करेगा.
- सुपारी उनके बुरी आदतों और बुरे विचारों पर रोक लगाएगा.
- इस तरह से बच्चों की बुराई होलिका दहन की अग्नि में जलकर भस्म हो जाएगी.
- बच्चे सुखी होकर पढ़ेंगे, लिखेंगे और बहुत धन कमाएंगे.
होलिका दहन स्थल पर पूजा करें :
- होलिका दहन से पहले पूजा करें.
- पूजा में दीपक, धूप, एक माला, गन्ना, चावल, काले तिल, कच्चा सूत, पानी का लोटा, पापड़ चढ़ाएं.
- पूजा में हनुमान जी और शीतला माता को प्रणाम करें.
- होलिका दहन में चावल, आम और नीम की लकड़ी चने की झाड़, पापड़ और गेंहू की बालियां डालें
- होलिका दहन की अगली सुबह यानी होली वाले दिन होलिका दहन के स्थान पर एक लोटा ठंडा पानी डालें.